नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भिन्न-भिन्न मुद्राओं वाली तस्वीरें सोशल मीडिया में पानी के सैलाब की तरह फैली हैं. वैसे भी लोग केजरीवाल की खिंचाई का बहाना खोजते रहते हैं, लेकिन इस बार उनको ये मौका उन्हीं के साथी और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दे दिया. फिर क्या था केजरीवाल की ऐसी-ऐसी भाव-भंगिमाओं वाली तस्वीरें सोशल मीडिया में आईं कि हंसी के फौव्वारे छूटने लगे.
दरअसल, रविवार को अंग्रेजी खबरों की एक वेबसाइट ने केजरीवाल से संबंधित एक खबर पोस्ट की. उस खबर पर लगी केजरीवाल की तस्वीर दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को रास नहीं आई. मनीष सिसोदिया ने तस्वीर पर अपनी आपत्ति जताते हुए वेबसाइट को ट्वीट कर लिखा “अगर ये जान बूझकर नहीं किया गया और अगर आपके पास मुख्यमंत्री की तस्वीरों की कमी है, तो कृपया मेरे दफ्तर से संपर्क करें. हम आपको उनकी बेहतर तस्वीर दे देंगे.”
TOI, if it is not deliberate and if u are short of pics of the CM, then kindly contact my office. We will provide u better pics @timesofindia https://t.co/zIS3ciJSZ8
— Manish Sisodia (@msisodia) February 18, 2019
How about this ? @msisodia ji ? pic.twitter.com/dliwQKbFCZ
— ExSecular #IndiaWantsRevenge (@ExSecular) February 18, 2019
Here you go TOI pic.twitter.com/ats7mEMFw4
— Sherlock Iyer (@SherlockIyer) February 18, 2019
इसके बाद लोगों ने मनीष सिसोदिया को ताबड़तोड़ केजरीवाल की अलग-अलग भाव-भंगिमाओं में फोटो ट्वीट करनी शुरु कर दी. चंद घंटों में ही मनीष सिसोदिया का ट्वीटर केजरीवाल की अजीबो गरीब तस्वीरों से पट गया. किसी ने उन्हें केजरीवाल की सुरक्षाबल द्वारा उठाकर ले जाते हुए तस्वीर ट्वीट की तो किसी ने विधान सभा में केजरीवाल की नाराज़ होते हुए तस्वीर ट्वीट की.
TOI, you can use this one pic.twitter.com/8txx7k9EgH
— Shashank (@pokershash) February 18, 2019
सोशल मीडिया गैंग ने अरविंद केजरीवाल की एक फोटो शेयर की जिसमें वो लालू प्रसाद यादव से गले मिल रहे हैं. केजरीवाल की ऐसी तस्वीरें तो सिसोदिया के दफ्तर में भी नहीं होगी. खैर इन तस्वीरों के देखकर हंसी के फौव्वारे छूट रहे हैं. खुद सिसोदिया ने भी नहीं सोचा होगा कि उनकी अच्छाई उन पर ही भारी पड़ जाएगी.
Best One.. pic.twitter.com/F7yoJSPAra
— Rakesh Rajpurohit (@RakeshPurohit55) February 18, 2019
वैसे पहले भी ऐसी खबरें मिलती रहीं है कि जब किसी नेता को अखबार और चैनल में अपनी तस्वीर पसंद न आई हों. ऐसे मौको पर संबंधित नेताओं ने अपनी सुदर्शन फोटो अखबारों और चैनलों में भिजवाई हैं. लगता है अब दिल्ली सरकार भी इस दिशा में आगे बढने वाली है.